How much Home Loan should I take: घर खरीदना हर किसी का सपना होता है. हर कोई अपने लिए सपनों का आशियाना खरीदना चाहता है. घर खरीदने का फैसला इमोशन से जुड़ा होता है. इसी इमोशन के कारण कई बार होम लोन का बोझ इतना ज्यादा भारी हो जाता हा कि आपकी पूरी जिंदगी कर्ज और टेंशन में गुजर जाती है. फाइनेंशियल एडवाइजर्स हमेशा यह सलाह देते हैं कि वित्तीय फैसले इमोशन के आधार पर नहीं लेना चाहिए. अगर आप फाइनेंशियल फ्रीडम चाहते हैं तो यह जरूरी है कि किसी भी तरह का लोन मसलन, Home Loan, Car Loan, Personal Loan सोच-समझ कर लें. यहां महत्वपूर्ण सवाल यह उठता है कि किसी भी व्यक्ति को कितना होम लोन (How much Home Loan) लेना चाहिए.
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Excess Home Loan can ruin financial estability
जैसा कि हम जानते हैं Home Loan की अवधि 20-30 सालों तक की होती है. ऐसे में आपको घर खरीदने के लिए कितना होम लोन लेना चाहिए, इसका निर्णय सोच-समझ कर लेना चाहिए. होम लोन संबंधित फैसला अगर आप इमोशनल आधार पर उठाते हैं तो इसके गंभीर आर्थिक परिणाम हो सकते हैं. कोरोना महामारी के बाद Repo Rate घटकर 4% पर आ गया था, जिसके कारण होम लोन बहुत सस्ते हो गए थे. फिर रिजर्व बैंक ने रेपो रेट बढ़ाने का सिलसिला शुरू किया. अभी यह 6.5% है. नतीजन होम लोन पर का इंटरेस्ट रेट 7 फीसदी से बढ़कर 9.5 फीसदी तक पहुंच चुका है.
How much Home Loan Banks could offer?
पहले हम यह जानते हैं की बैंक और एनबीएफसी जब किसी को Home Loan देते हैं वह किन बातों को ध्यान में रखते हैं . इसके अलावा हम यह भी जानेंगे कि फाइनेंशियल एडवाइजर होम लोन को लेकर क्या सलाह देते हैं. फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स का कहना है कि जब कोई बैंक या NBFC किसी व्यक्ति को होम लोन देता है तो अमूमन होम लोन की राशि ग्रॉस मंथली इनकम (Gross Monthly Income) का 60 से 70 गुना तक होती है. यह सालाना इनकम का 6 गुना तक रखी जाती है. अगर आपकी सालाना इनकम 10 लाख रुपए है तो बैंक आपको 60 लाख तक का होम लोन आसानी से दे देता है.
Home Loan eligibility for Self Employed
अगर कोई सेल्फ एंप्लॉयड (Self Employed) है तो बैंक या NBFC उसकी सालाना ग्रॉस टोटल इनकम का 2 से 3 गुना तक ही Home Loan देना पसंद करते हैं. होम लोन की राशि उसके प्रॉपर्टी की कुल वैल्यू का 80 फीसदी तक रखी जाती है. उदाहरण के तौर पर अगर कोई नौकरी पेशा व्यक्ति जिसकी सैलरी 10 लाख रुपए सालाना है. ऐसे व्यक्ति को बैंक 60 लाख रुपए तक का होम लोन आसानी से दे देते हैं. वहीं, अगर कोई सेल्फ एंप्लॉयड है और उसकी सालाना इनकम 15 लाख रुपए तक है. बैंक की तरफ से उसको अधिकतम 45 लाख रुपए तक होम लोन की सुविधा दी जाती है.
Home Loan Eligibility Criteria
बैंक जब किसी को Home Loan ऑफर करता है तो बॉरोअर की उम्र क्या है यह महत्वपूर्ण फैक्टर होता है. अगर बॉरोअर की उम्र 45 साल से कम है तो उसकी सालाना इनकम का 6 गुना तक होम लोन आसानी से मिल जाता है. अगर उसकी उम्र 45 साल से ज्यादा है तो ऐसे मामलों में सालाना ग्रॉस इनकम का अधिकतम 5 गुना तक ही होम लोन मिल पाता है.
How long should be Home Loan tenure
अमूमन होम लोन 20 सालों का होता है. अगर बॉरोअर चाहे तो उसे अधिकतम 30 सालों तक एक्सटेंड करा सकता है.
कुल मिलाकर अगर आपकी उम्र 35 साल है तो बैंक आपको अधिकतम 30 सालों का होम लोन ऑफ कर सकता है. वहीं अगर किसी की उम्र 40 साल है तो बैंक ऐसे बॉरोअर को अधिकतम 25 साल का होम लोन देता है. उम्र 50 साल होगी तो बैंक अधिकतम 15 साल के लिए Home Loan Offer कर सकता है.
How much should be Home Loan EMI
फाइनेंशियल एडवाइजर्स की सलाह होती है कि किसी भी नौकरीपेशा व्यक्ति के लिए उसकी टोटल EMI का बोझ मंथली इनकम का अधिकतम 45-50 फीसदी तक होनी चाहिए. अगर आपके अकाउंट में हर महीने 1 लाख रुपए सैलरी के रूप में आ रही है तो तो आपको अधिकतम 45-50 हजार तक EMI का बोझ उठाना चाहिए. अगर होम लोन लेने जाते हैं तो बैंक इस फैक्टर पर गौर करता है कि कहीं आपको कई पुराना लोन तो नहीं चल रहा है. मान लीजिए आप हर महीने 10 हजार की EMI चुका रहे हैं तो बैंक आपको लोन अप्रूवल अमाउंट को कम रखना चाहेगा. बैंक यह देखता है कि आपके ऊपर हर तरह के लोन की टोटल EMI अधिकतम मंथली टेक-होम सैलरी का 45-50 फीसदी तक हो.
Home Loan से पहले पुराना कर्ज समाप्त करना बेहतर होगा
यह कोई रूल बुक नहीं है, लेकिन फाइनेंशियल एडवाइजर की सलाह को बैंक ध्यान में रखते हैं और Home Loan Eligibility के समय इन तमाम बातों का ख्याल रखा जाता है. यही वजह है कि जब कभी होम लोन की जरूरत होती है तो फाइनेशियल एडवाइजर्स की सलाह होती है कि पुराना लोन जल्द से जल्द चुक्ता कर लें. इससे अप्रूवल अमाउंट भी बढ़ जाएगा और EMI का बोझ भी लिमिटेड रहेगा.
keep HOME Loan EMI 35% of your monthly income
बात अगर Home Loan EMI की करें तो फाइनेंशियल एडवाइजर्स की यह सलाह होती है कि यह आपकी मंथली इनकम का अधिकतम 35 फीसदी तक होना चाहिए. मान लीजिए कि आपके अकाउंट में हर महीने 1 लाख रुपए की सैलरी आ रही है. ऐसे में होम लोन EMI अधिकतम 35000 रुपए तक रखना फाइनेंशियल तौर पर हेल्दी माना जाता है. जानकारी के लिए बता दें कि बैंक भी अधिकतम 80% तक फाइनेंस करता है. अगर आपके आशियाने की कीमत 50 लाख रुपए है तो 40 लाख रुपए तक का होम लोन मिल जाएगा. बाकी के 10 लाख रुपए का प्रबंध आपको खुद से करना होगा.