शॉर्ट टर्म निवेशकों के लिए मोतीलाल ओसवाल ने 1-3 महीने के लिहाज से Schneider Electric Infrastructure स्टॉक को चुना है. हफ्ते के पहले कारोबारी सत्र में यह शेयर 320 रुपए ( Schneider Electric Infrastructure share price today) के स्तर पर है. इसने 52 वीक का नया हाई बनाया है जो 324 रुपए का स्तर है. यह इसका ऑल टाइम हाई भी है. 52 हफ्ते का लो 118 रुपए है. 2 अगस्त 2013 को कंपनी ने 52.65 रुपए का ऑल टाइम लो बनाया था. यह एक मिडकैप कंपनी है जिसका मार्केट कैप 7600 करोड़ रुपए है.
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Schneider Electric share Performance
इस स्टॉक के प्रदर्शन की बात करें तो एक हफ्ते में 12 फीसदी, एक महीने में करीब 15 फीसदी, तीन महीने में करीब 70 फीसदी, इस साल अब तक 93 फीसदी और एक साल में 167 फीसदी का रिटर्न दिया है. 3 साल का रिटर्न 315 फीसदी है. कुल मिलाकर यह एक मल्टीबैगर है.
Schneider Electric Share Target Price
मोतीलाल ने इस शेयर के लिए अगले 1-3 महीने का टारगेट 368 रुपए का दिया है. 260 रुपए का स्टॉपलॉस रखना है. बीते हफ्ते ही इस शेयर में खरीद की सलाह दी गई थी जब यह 296 रुपए के स्तर पर था. आज यह 320 रुपए के स्तर पर है. पिछले तीन कारोबारी सत्रों से लगातार यह शेयर तेजी के साथ बंद हो रहा है. 9 अगस्त को इस शेयर का भाव 287 रुपए था. उसी रेंज में ब्रेक-आउट मिलने के बाद तीन दिनों में यह 30 रुपए से ज्यादा उछल चुका है.
Schneider Electric Q1 Results
बीते हफ्ते कंपनी (Schneider Electric Infrastructure Limited) ने वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही का रिजल्ट जारी किया था. ऑर्डर में 21.4 फीसदी का उछाल आया और यह 446.64 करोड़ रुपए का रहा. सेल्स में 33.3 फीसदी की तेजी रही और यह 495.25 करोड़ रुपए रहा. ग्रॉस मार्जिन 36.7 फीसदी रहा. EBITDA 10.5 फीसदी यानी 51.79 करोड़ रुपए रहा. नेट प्रॉफिट 34.92 करोड़ रुपए रहा जबकि प्रॉफिट मार्जिन 7.1 फीसदी रहा. कंपनी ने कहा कि ऑर्डर और सेल्स का मोमेंटम हेल्दी है.
Schneider Electric Infrastructure About
Schneider Electric की स्थापना साल 2011 में की गई थी. यह कंपनी इलेक्ट्रिसिटी नेटवर्क के लिए मैन्युफैक्चरिंग, डिजाइनिंग, बिल्डिंग, सर्विस टेक्नोलॉजी एडवांस प्रोडक्ट्स संबंधित काम करती है. यह कंपनी इलेक्ट्रिसिटी सेगमेंट में ट्रांसफॉर्मर, पावर ट्रांसफॉर्मर, स्विच गियर, मीडियम वोल्टेज स्विच गियर, प्रोटेक्शन रीले, स्मार्ट ग्रिड जैसे प्रोडक्ट्स बनाती है. भारत में कंपनी के चार मैन्युफैक्चरिंग यूनिट हैं. गुजरात के वडोदरा में दो, कोलकाता में एक और चेन्नई में एक यूनिट है. यह कंपनी सस्टेनेबल ग्रोथ के लिए दो महत्वपूर्ण पहलू, इलेक्ट्रिफिकेशन और डिजिटलाइजेशन दोनों के लिए काम करती है.
Schneider Electric में FII-DII की हिस्सेदारी
जून तिमाही में कंपनी के प्रमोटर्स की हिस्सेदारी (Schneider Electric Promotors Stake) में कोई बदलाव नहीं आया और यह 75 फीसदी पर स्थिर रहा. म्यूचुअल फंड्स की हिस्सेदारी 1.26 फीसदी से बढ़कर 1.43 फीसदी हो गई है. FII यानी फॉरन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स की हिस्सेदारी 0.67 फीसदी है. मार्च तिमाही में यह 0.48 फीसदी और जून 2022 तिमाही में 0.27 फीसदी था. DII यानी डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स की बात करें तो जून तिमाही में इनकी हिस्सेदारी बढ़कर 2.17 फीसदी पर पहुंच गई. मार्च तिमाही में इनकी हिस्सेदारी 1.75 फीसदी और जून 2022 तिमाही में 2.2 फीसदी थी.
(स्टॉक में निवेश की सलाह Money NFO की नहीं है. ब्रोकरेज की रिपोर्ट को आपके सामने विस्तार पूर्वक रखा गया है. निवेश से पहले कंपनी के कामकाज, स्टॉक के प्रदर्शन, बिजनेस आउटलुक, इंस्टीट्यूशनल निवेशकों के रुख समेत तमाम पहलुओं के बारे में जानकारी देने की कोशिश की गई है. अगर आप किसी स्टॉक में निवेश करना चाहते हैं तो उससे पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की सलाह जरूर लें.)