Share Market Outlook: हफ्ते का पहला कारोबारी सत्र शेयर बाजार के लिए काफी नुकसान वाला रहा. एक झटके में निवेशकों के 16 लाख करोड़ रुपए डूब गए. बीते हफ्ते BSE का मार्केट कैप 457 लाख करोड़ रुपए था. सोमवार की गिरावट के बाद यह 441 लाख करोड़ रुपए पर आ गया है. निफ्टी के सारे इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए. हालांकि, मंगलवार को ग्लोबल मार्केट में रिकवरी है. रिकॉर्ड बिकवाली के बाज आज जापान के निक्केई में करीब 10 फीसदी और कोरिया के KOSPI में करीब चार फीसदी की तेजी है. ट्रेडर्स के लिए बाजार अच्छा है, लेकिन इन्वेस्टर्स को अभी स्टैबिलिटी का इंतजार करना चाहिए.
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दुनियाभर के बाजार से पैसा वापस जापान जा रहा है
बाजार के जानकारों का कहना है कि अमेरिकी इकोनॉमी में मंदी की आहट और खराब जॉब डेटा एवं जापानी येन के बढ़ने के कारण बाजारों में अस्थिरता का माहौल है. ग्लोबल बिकवाली का असर भारतीय बाजार पर भी देखने को मिला है. वैसे भारतीय बाजार का फंडामेंटल (Share Market Outlook) मजबूत है. दरअसल जापान की ओर से ब्याज दरें बढ़ा दी गई है और जिसके कारण दुनियाभर में लगा जापान का पैसा वापस वहां की अर्थव्यवस्था में जाने की उम्मीद है. वहीं, अमेरिका में भी जॉब डेटा खराब आया, जिसके कारण बाजार में बिकवाली देखने को मिल रही है.
बाजार में रिजनेबल टाइम और प्राइस करेक्शन का करें इंतजार
HDFC Securities के मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO धीरज रेल्ली ने कहा कि ग्लोबल मार्केट के मुकाबले भारतीय बाजार पर बिकवाली का असर लिमिटेड दिखा. लेकिन इससे विदेशी निवेशकों का आउटफ्लो बढ़ेगा और निर्यात पर निगेटिव असर देखने को मिल सकता है. ट्रेडर्स स्टॉपलॉस रखते हुए बॉटम फिशिंग की स्ट्रैटिजी अपना सकते हैं. वहीं, इन्वेस्टर्स की बात करें तो उन्हें अभी स्टैबिलिटी (Share Market Outlook) का इंतजार करना चाहिए. जब बाजार में रिजनेबल टाइम और प्राइस करेक्शन पूरा होगा तब उन्हें टुकड़ों में निवेश करने की सलाह होगी.
जापान के येन कैरी ट्रेड का दिख रहा ग्लोबल असर
SAMCO Securities के अपूर्व सेठ ने कहा कि जैपनीज येन केरी ट्रेड का ग्लोबल मार्केट पर असर देखने को मिला है. मार्च 2024 में जापान के सेंट्रल बैंक ने इंटरेस्ट रेट को माइनस 0.1% से बढ़ाकर प्लस 0.1% कर दिया था. पिछले हफ्ते फिर से इंटरेस्ट रेट बढ़ाया गया और इसे 0.25% कर दिया गया है. इंटरेस्ट रेट बढ़ने के कारण जैपनीज करेंसी येन में मजबूती आई है.
वोलाटिलिटी काफी हाई है, निवेशक करें सही मौके का इंतजार
अब हुआ ये है कि येन करेंसी ट्रेडर्स को डबल नुकसान हो रहा है. पहला, ग्लोबल मार्केट में बिकवाली के कारण उनके इन्वेस्टमेंट को नुकसान हुआ है. दूसरा उन्हें येन में पेबैक करना पड़ रहा है जिसकी वैल्यु बढ़ गई है. अपूर्व सेठ का मानना है कि वोलाटिलिटी इंडेक्स इंडिया VIX कोविड के बाद उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है. ऐसे बायर्स और इन्वेस्टर्स को अभी इंतजार करना चाहिए. आने वाले समय में उन्हें बेहतर बाइंग अपॉर्च्युनिटी मिल सकती है.
Nifty Outlook: 1 दिन में 16 लाख करोड़ रुपए के नुकसान के बाद अब क्या करें निवेशक?
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