Spandana sphoorty: स्पंदना स्फूर्ति एक नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी यानी NBFC है. न्यू मैनेजमेंट ने कंपनी को दोबारा से स्थापित करने का फैसला किया है, जिसके लिए कई अहम फैसले लिए गए हैं. कई अहम पदों पर भर्तियां की गई हैं. टेक्नोलॉजी पर इन्वेस्ट किया जा रहा है. गवर्नेंस एंड रिस्क पर विशेष फोकस है. कस्टमर फोकस्ड इनिशिएटिव्स उठाए गए हैं. कॉस्ट टू इनकम रेशियो में सुधार लाने के तमाम प्रयास हो रहे हैं. FY2025 तक AUM यानी असेट अंडर मैनेजमेंट 15 हजार करोड़ पर पहुंचाने का लक्ष्य है. इसके लिए कस्टमर एक्वीजिशन स्ट्रैटिजी और लोन टिकट साइज बढ़ाने पर फोकस रहेगा. 14 अगस्त को यह शेयर 820.50 रुपए (Spandana sphoorty Share Price) के स्तर पर बंद हुआ.
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Spandana sphoorty Business Outlook
ब्रोकरेज फर्म HDFC सिक्योरिटीज ने इस स्टॉक को फंडामेंटल आधार पर चुना है. उसका कहना है कि FY2023 से FY2025 के बीच एडवांस ग्रोथ रेट 30% CAGR रह सकता है. FY2023 में कंपनी के एडवांस में सालाना आधार पर 40 फीसदी का ग्रोथ दर्ज किया गया था. बैलेंसशीट में सुधार के कारण रिटर्न रेशियो भी बेहतर होगा. FY2024 में नेट इंटरेस्ट इनकम 1279 करोड़ रुपए रहने का अनुमान है जो बढ़कर FY25 में 1621 करोड़ रुपए पर पहुंच सकता है. FY23 में यह 923 करोड़ रुपए रहा था. नेट प्रॉफिट FY2023 में 12 करोड़ रुपए रहा था जिसे FY24 में बढ़कर 435 करोड़ रुपए और FY2025 में बढ़कर 602 करोड़ रुपए पर पहुंचने का अनुमान है.
EPS में जबरदस्त सुधार की उम्मीद
Spandana sphoorty के EPS यानी अर्निंग पर शेयर बीते वित्त वर्ष में 1.8 रुपए रहा था. इस वित्त वर्ष यह 61.2 रुपए और उसके अगले वित्त वर्ष 84.8 रुपए रहने का अनुमान है. रिटर्न ऑन ऐवरेज असेट्स यानी ROAA FY2023 में 0.2 फीसदी था. इस वित्त वर्ष यह 4 फीसदी और अगले वित्त वर्ष 4.4 फीसदी पर पहुंचने का अनुमान है.
Spandana sphoorty Share Price Target
ब्रोकरेज ने कहा कि Spandana sphoorty Share को 825-845 रुपए के रेंज में खरीदें. गिरावट आने पर 740-755 रुपए के रेंज में ऐड करें. 916 रुपए का पहला टारगेट और 974 रुपए का दूसरा टारगेट दिया गया है. अगली 2 तिमाही यानी 6 महीने के लिए निवेश की सलाह है.
Spandana sphoorty Q1 Results
24 जुलाई को कंपनी ने वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही के लिए रिजल्ट का ऐलान किया. BSE को शेयर की गई सूचना में कंपनी ने बताया कि AUM यानी लोन बुक सालाना आधार पर 60 फीसदी उछाल के साथ 8848 करोड़ रुपए का रहा. नेट प्रॉफिट 119 करोड़ रुपए का रहा. एक साल पहले कंपनी को 220 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था. NII यानी नेट इंटरेस्ट इनकम 102 फीसदी उछाल के साथ 328 करोड़ रुपए रहा. NIM यानी नेट इंटरेस्ट मार्जिन 9.9 फीसदी से बढ़कर 14.2 फीसदी रहा. टोटल इनकम 104 फीसदी उछाल के साथ 527 करोड़ रुपए रहा. डिस्बर्समेंट 26 फीसदी उछाल के साथ 1664 करोड़ रुपए रहा.
Aseet Quality continues to improve
असेट क्वॉलिटी की बात करें तो जून तिमाही में ग्रॉस एनपीए (GNPA) सालाना आधार पर 6.69 फीसदी से घटकर 1.63 फीसदी और नेट एनपीए (NNPA) 3.24 फीसदी से घटकर 0.49 फीसदी पर आ गया. मार्च तिमाही में GNPA और NNPA 2.07% और 0.64% रहा था. असेट क्वॉलिटी में लगातार सुधार आ रहा है. ग्रॉस एनपीए में 42 फीसदी अप्रैल 2021 से पहले का है जो लोन बुक का 1.2 फीसदी के करीब है. मैनेजमेंट ने FY2024 के लिए क्रेडिट कॉस्ट 1.5-1.6 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है.
Aggressive branch expansion
स्पंदना स्फूर्ति ने जून तिमाही में 76 नए ब्रांच खोले जिसके बाद इसकी कुल संख्या 1303 पर पहुंच गई. FY2025 तक इसे 1500 तक तक पहुंचाने का लक्ष्य है. 31 मार्च 2023 के आधार पर एनबीएफसी ने 3.9 करोड़ क्लाइंट को लोन बांटा है. FY2023 में लोन का ऐवरेज साइज 42 हजार रुपए के करीब था.
Spandana sphoorty Share Performance
14 अगस्त को यह शेयर 820 रुपए के स्तर पर बंद हुआ. 52 वीक का हाई 864 रुपए और लो 453 रुपए है. एक महीने में इस शेयर में 12 फीसदी, तीन महीने में 28 फीसदी, इस साल अब तक 40 फीसदी, एक साल में 75 फीसदी का उछाल आया है. इसका मार्केट कैप 5800 करोड़ रुपए से थोड़ा ज्यादा है.
FII, DII और Mutual Funds की हिस्सेदारी
विदेशी निवेशकों ने जून तिमाही में इस एनबीएफसी में हिस्सेदारी बढ़ाई है. शेयर होल्डिंग पैटर्न के मुताबिक, प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 62.41 फीसदी है. FII यानी फॉरन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स की हिस्सेदारी 21.25 फीसदी है जो मार्च तिमाही में 20.24 फीसदी और एक साल पहले 12.66 फीसदी थी. DII यानी डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स की हिस्सेदारी 8.43 फीसदी है. मार्च तिमाही में यह 8.48 फीसदी और एक साल पहले समान तिमाही में 4.12 फीसदी थी. म्यूचुअल फंड्स की हिस्सेदारी 0.64 फीसदी पर फिक्स्ड है. 1 म्यूचुअल फंड स्कीम ने इसमें निवेश किया है.
About Spandana Sphoorty
स्पंदना स्फूर्ति ग्रामीण आबादी पर फोकस्ड एक नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी एंड माइक्रो फाइनेंस लेंडर (NBFC-MFI) है. रूरल इंडिया में लो-इनकम हाउसहोल्ड महिलाओं को यह ज्वाइंट लाएबिलिटी ग्रुप यानी JLG मॉडल पर इनकम जेनरेटिंग लोन देती है. 1998 में इसकी स्थापना एक NGO के रूप में हुई थी. 2004 में इसे एक NBFC का दर्जा दिया गया. 2015 में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने इसे माइक्रो फाइनेंस लेंडर का भी लाइसेंस दे दिया.
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह Money NFO की नहीं है. ब्रोकरेज की रिपोर्ट को आपके सामने विस्तार पूर्वक रखा गया है. निवेश से पहले कंपनी के कामकाज, स्टॉक के प्रदर्शन, बिजनेस आउटलुक, इंस्टीट्यूशनल निवेशकों के रुख समेत तमाम पहलुओं के बारे में जानकारी देने की कोशिश की गई है. अगर आप किसी स्टॉक में निवेश करना चाहते हैं तो उससे पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की सलाह जरूर लें.)