Flexi Fixed Deposit: फिक्सड डिपॉजिट लंबे समय से अपने देश में हाउसहोल्ड सेविंग्स का पारंपरिक तरीका रहा है. वर्तमान में एफडी पर 6-8% के बीच ब्याज मिलता है. महंगाई दर 5-6% के बीच है. ऐसे में नेट आधार पर आपको कुछ रिटर्न नहीं मिल रहा है. इस आर्टिकल में आपको एक ऐसी एफडी स्कीम के बारे में बताएंगे, जिसमें आपको एडिशनल इंटरेस्ट रेट का फायदा मिलता है. इसका नाम फ्लेक्सी फिक्स्ड डिपॉजिट है. यह Fixed Deposit और सेविंग्स का मिला-जुला रूप है. नॉर्मल फिक्स्ड डिपॉजिट में तय समय से पहले निकासी की अनुमति नहीं होती है. Flexi FD में निवेशकों को निकालने की अनुमति होती है.
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What is sweep-in facility?
Flexi Fixed Deposit को स्वीप इन फेसिलिटी भी कहा जाता है. SBI, HDFC Bank, ICICI Bank, समेत ज्यादातर बैंक अपने कस्टमर्स को इस तरह की सुविधा देते हैं. जनरल सेविंग्स अकाउंट पर आपको निश्चित ब्याज मिलता है. अमाउंट ज्यादा-कम होने से इंटरेस्ट रेट नहीं बदलता है. ऐसे में यह घाटे का सौदा होता है. sweep-in facility के तहत आप सेविंग या करंट अकाउंट को FD Account से लिंक कर देते हैं. इसमें सेविंग्स के लिए एक निश्चित रकम फिक्स कर देते हैं. बैंक भी यह रकम तय कर सकते हैं कि बचत खाते में कितनी लिमिट से ज्यादा डिपॉजिट एफडी में चला जाएगा.
स्वीप इन फेसिलिटी के तहत कस्टमर को डबल बेनिफिट
इसका मतलब कि कस्टमर के Saving Accounts में एक निश्चित अमाउंट से ज्यादा होने पर वह आपके फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट में खुद-ब-खुद ट्रांसफर हो जाएगा. एफडी पर आपको सेविंग के मुकाबले ज्यादा ब्याज मिलता है. ऐसे में निवेशकों को अपनी मेहनत की कमाई पर मैक्सिमम इंटरेस्ट का बेनिफिट मिलता है. इसे ही स्वीप इन फेसिलिटी कहते हैं. इस सुविधा से कस्टमर को सेविंग्स अकाउंट पर तो ब्याज मिलता ही रहता है, साथ ही अतिरिक्त राशि पर FD का ब्याज भी कस्टमर को मिलने लगता है. इस तरह कस्टमर को डबल फायदा होता है.
सेविंग अकाउंट में लिमिट से कम बैलेंस होने पर क्या होगा?
सेविंग्स अकाउंट में डिपॉजिट लिमिट से ज्यादा रहने पर FD ऑटोमेटिकली चलती रहेगी. लेकिन सेविंग्स अकाउंट का बैलेंस लिमिट के अंदर आने पर सरप्लस अमाउंट की FD खत्म हो जाती है. इसे स्वीप आउट कहते हैं. आपको FD का ब्याज सरप्लस अमाउंट पर ही मिलता है और तब तक ही मिलता है, जब तक सेविंग्स अकाउंट बैलेंस लिमिट से ज्यादा रहता है.
एकसाथ कई Flexi Fixed Deposit अकाउंट हो सकते हैं
स्वीप इन फेसिलिटी में FD के लिए भी एक तय डिपॉजिट लिमिट होती है. यानी उस FD में एक लिमिट से ज्यादा अमाउंट नहीं जा सकता. ऐसे में आपके पास स्वीप इन के तहत एक से ज्यादा FD का भी ऑप्शन रहता है. यानी सरप्लस अमाउंट बढ़ते जाने पर आप एक से ज्यादा FD रखकर ज्यादा ब्याज का फायदा ले सकते हैं.