How to pick best Small Cap Funds और इन फंड्स में कितना निवेश करना चाहिए?

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Mutual Funds
How to pick best Small Cap Funds

Small Cap Funds को लेकर जिस तरह निवेशकों में क्रेज बढ़ है उसके बाद इन फंड्स में इन्वेस्टमेंट को लेकर रिस्क भी काफी बढ़ गया है. निवेशकों के लिए सही फंड का चयन करना अब ज्यादा चुनौतीपूर्ण हो गया है. 1 साल के प्रदर्शन की बात करें तो इन फंड्स ने 35% तक रिटर्न दिया है. मतलब अगर किसी निवेशक ने एक साल पहले 1 लाख रुपए का निवेश किया होता तो आज उसकी वैल्यु 1.35 लाख रुपए होती. स्मॉलकैप के कुल 24 फंड अभी बाजार में हैं. इनमें से 17 फंड्स ने एक साल में 20% से ज्यादा का रिटर्न दिया है. बाजार अभी करेक्शन के दौर में है. ऐसे में निवेशकों के लिए सही फंड्स का चयन करना बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है.

Small Cap Funds total AUM

पहले यह जानते हैं कि आखिरकार Small Cap Funds में इतना इन्फ्लो क्यों आ रहा है. जुलाई 2023 के लिए म्यूचुअल फंड एसोसिएशन AMFI की तरफ से जो डेटा शेयर किया गया है उस आधार पर इक्विटी फंड्स का नेट असेट अंडर मैनेजमेंट (Net AUM) 18.24 लाख करोड़ रुपए है. म्यूचुअल फंड का ओवरऑल असेट अंडर मैनेजमेंट 46.37 लाख करोड़ रुपए का है. स्मॉलकैप फंड्स का नेट एयूएम 1.82 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया है. लार्जकैप का नेट AUM 2.66 लाख करोड़ रुपए और मिडकैप का नेट असेट अंडर मैनेजमेंट 2.29 लाख करोड़ रुपए है.

Small Cap Funds AUM Increasing

Small Cap Funds का इक्विटी फंड्स में योगदान लगातार बढ़ रहा है. जुलाई 2023 के आधार पर स्मॉलकैप फंड्स का AUM इक्विटी फंड के कुल असेट अंडर मैनेजमेंट का 10 फीसदी रहा. मार्च 2023 में यह केवल 8.8% और मार्च 2022 में 7.8% था. मार्च 2021 में यह 7.1% और मार्च 2020 में 6.2% था. जुलाई 2023 में Midcap Funds का AUM इक्विटी फंड के टोटल एयूएम का 12.6% रहा. मार्च में यह 12.1% और मार्च 2022 में 11.7% था. मार्च 2021 में यह 11.9% और मार्च 2020 में 11.4% था.

Large Cap Funds AUM shrinking

दूसरी तरफ Large Cap Funds का इक्विटी फंड में योगदान लगातार घट रहा है. जुलाई 2023 में यह 14.6% पर आ गया. मार्च 2023 में यह 15.5%, मार्च 2022 में 16.6%, मार्च 2021 में 18.2% और मार्च 2020 में 19.6% था.

Small Cap Funds inflows in 2023

साल 2023 के ओवरऑल प्रदर्शन की बात करें तो AMFI की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक,जनवरी से जुलाई 2023 के बीच इक्विटी फंड्स में कुल 74750 करोड़ रुपए का इन्फ्लो दर्ज किया गया. इनमें से स्मॉलकैप फंड्स में कुल 22040 करोड़ रुपए का इन्फ्लो आया. यह इक्विटी फंड के कुल इन्फ्लो का करीब 30% है. Midcap Funds में 11930 करोड़ रुपए का इन्फ्लो आया. वहीं, Large Cap Funds से कुल 3260 करोड़ रुपए की निकासी की गई है. मई से लगातार इन फंड्स से निकासी की जा रही है.

Why Small Cap Funds performing so well?

स्मॉलकैप फंड्स में आ रहे भर-भर कर निवेश को लेकर एक्सपर्ट्स का कहना है कि शेयर बाजार का प्रदर्शन cyclical होता है. हर सेगमेंट और कैटिगरी में एक कंसोलिडेशन के बाद बड़ी रैली आती है. पिछले कुछ सालों में स्मॉलकैप ने अंडर परफॉर्म किया. अब इसके प्रदर्शन का वक्त आ गया है. निवेशकों का यह गुण होता है कि जब कोई सेगमेंट या सेक्टर परफॉर्म करता है तो वहां निवेश की बाढ़ आ जाती है. निवेशक हमेशा से परफॉर्मेंस का पीछा करते हैं. बड़ी रैली का यह महत्वपूर्ण कारण होता है.

Reasons behind Small Cap Funds outperformance

Small Cap Funds के हाई रिटर्न का एक बड़ा कारण कंपनियों का छोटा मार्केट कैप और कम लिक्विडिटी का होना होता है. जैसा कि हम जानते हैं स्मॉलकैप फंड्स का पैसा मार्केट कैप के लिहाज से निफ्टी के 251-500 रैंक की कंपनियों में लगाया जाता है. फंड मैनेजर्स हर कंपनी में पैसा नहीं लगाते हैं, जिसके कारण इस सेगमेंट की अच्छी कंपनियों में भर-भर कर निवेश किया जा रहा है. छोटी साइज की कंपनियों में कम लिक्विडिटी के कारण जब ज्यादा इन्फ्लो आता है तो वह तेजी से भागता है और आउट परफॉर्म करता है. इसके मुकाबले मिडकैप और लार्जकैप कंपनियों में लिक्विडिटी को अब्जॉर्व करने की क्षमता ज्यादा होता है. यही वजह है कि ये कंपनियों मुकाबले में धीरे-धीरे परफॉर्म करती हैं.

How to pick the hottest Small Cap Funds?

वैल्यु रिसर्च के CEO और फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स धीरेंद्र कुमार ने अपनी एक लेख में कहा कि निवेशकों को अगर स्मॉलकैप फंड्स में निवेश करना है तो कम से कम 5-साल के लिए निवेश करें. निवेश का नजरिया जितना लंबा होगा उतना बेहतर होगा. SIP करना सबसे बेहतर होगा. किस फंड का चयन करें यह बड़ा सवाल है. निवेशकों को पहले 5 साल, 10 साल और 15 साल के प्रदर्शन के आधार पर फंड्स की कैटिगरी बनानी चाहिए. पहले यह देखें कि 10 साल, 15 साल की अवधि में किन स्मॉलकैप फंड्स ने हेल्दी रिटर्न दिया है. दूसरे स्तर की छंटनी में स्टार रेटिंग की जानकारी हासिल करें. अब आपके पास 2-4 फंड्स ही रह जाएंगे. अब सभी फंड के मैनेजर के बारे में जानकारी हासिल करें. जो फंड मैनेजर जितनी लंबी अवधि से फंड मैनेज कर रहा है उसे बाजार का उस फंड के बारे में उतना ज्यादा अनुभव होगा. फंड्स में कितने स्टॉक्स हैं, किन स्टॉक्स में सबसे ज्यादा निवेश किया गया है, उस सेक्टर का आउटलुक कैसा है, टॉप-10 निवेशित स्टॉक्स कैसे हैं. उन कंपनियों का ट्रैक रिकॉर्ड और आउटलुक कैसा है. इस तरह आप अपने लिए सही फंड का चयन कर सकते हैं.

How much to invest in Small Cap Funds?

जिस तरह से Small Cap Funds ने रिटर्न दिया है उसे देखते हुए रीटेल निवेशकों के मन में लालच उठना स्वाभाविक है. हालांकि, फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स निवेशकों को सचेत होने की सलाह देते हैं. उनका कहना है कि Mutual Fund Investors को स्मॉलकैप फंड्स में अधिकतम पोर्टफोलियो को 6-8% तक ही निवेश करना चाहिए. इसके अलावा निवेश का नजरिया हमेशा लॉन्ग होना जरूरी है. अगर आप स्मॉलकैप फंड्स में निवेश कर रहे हैं तो कम से कम 5-7 साल के लिए जरूर निवेश करें. इससे आपको दो फायदा मिलेगा. पहला रिस्क घटेगा. दूसरा लॉन्ग टर्म में SIP होने से Power of Compounding का ज्यादा लाभ मिलेगा.

Small Cap Funds historical performance

वैल्यु रिसर्च की एक रिपोर्ट के मुताबिक, स्मॉलकैप फंड्स के लिए कोई साल ब्लॉकबस्टर होता है तो कई साल बेहद खराब रहता है. हिस्टोरिकल परफॉर्मेंस की बात करें तो मोदी सरकार जब साल 2014 में आई थी तब Small Cap Funds का औसत रिटर्न करीब 87 फीसदी था, 2015 में यह 10.32% और 2016 में 5.18% था. 2017 में इस फंड कैटिगरी ने फिर से कमाल किया और करीब 55% का बंपर रिटर्न दिया. उसके बाद अगले दो सालों तक निवेशकों को खूब घाटा हुआ. 2018 का रिटर्न -19% और 2019 का रिटर्न -1.5% के करीब रहा. उसके बाद अगले दो सालों के लिए फिर से निवेशक मालामाल हुआ.

Small Cap Funds may ZERO your money

2020 में Small Cap Funds ने करीब 31% और 2022 में 63% का रिटर्न दिया. 2022 में फिर से इसने निगेटिव रिटर्न दिया. इस ट्रेंड से साफ पता चलता है कि अग्रेसिव निवेशकों को भी स्मॉलकैप फंड् में एक्सपोजर लिमिटेड रखना चाहिए. अगर यहां गलती की तो संभव है कि आपका रिटर्न कुछ सालों में कई गुना बढ़ जाए, निगेटिव रिटर्न मिल सकता है या फिर नेट आधार पर कोई रिटर्न नहीं मिलेगा.

(Disclaimer: Money NFO आपको किसी म्यूचुअल फंड स्कीम में निवेश की सलाह नहीं दे रहा है. किसी फंड के बारे में यहां विस्तार से जानकारी शेयर की जा रही है. अगर किसी फंड का नाम बताया गया है तो वह ब्रोकरेज और एक्सपर्ट का सुझाव है. निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की सलाह जरूर लें.)