क्या होता है Power of Compounding? जानें 5 साल आगे-पीछे SIP शुरू करने पर आपको रिटर्न कैसे कई गुना कम हो जाता है

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Power of Compounding

SIP को लेकर कहा जाता है कि इसका सबसे बड़ा फायदा Power of Compounding होता है. जब आप लॉन्ग टर्म के लिए एसआईपी करते हैं तो पावर ऑफ कम्पाउंडिंग के कारण आप वेल्थ तैयार कर पाते हैं. जैसा कि हम जानते हैं सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (Systematic investment plan) को निवेश का सबसे कारगर तरीका माना जाता है. हर महीने एक निश्चित राशि जमा करने पर आप एक डिसिप्लिन इन्वेस्टर बनते हैं. इस आर्टिकल में आपको पावर ऑप कम्पाउंडिंग के बारे में विस्तार से बताएंगे. आर्टिकल के अंत तक जाते-जाते आप इस बात से पूरी तरह सहमत हो जाएंगे कि कैसे कमाई के साथ ही निवेश की शुरुआत करना आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है. केवल 5 साल की देरी से आपको मिलने वाला रिटर्न लाखों रुपए घट जाता है.

What is the Power of Compounding?

मान लीजिए कि आप हर महीने 5000 रुपए की SIP किसी म्यूचुअल फंड में करते हैं. Power of Compounding का फायदा ये होता है कि आपको जो कुछ रिटर्न मिलता है वह दोबारा निवेश हो जाता है. हालांकि, आपको बीच में निकालना नहीं है और हर महीने या तिमाही आधार पर जाने वाली SIP भी नहीं रोकनी है. डिसिप्लिन इन्वेस्टर की तरह जब इस प्रैक्टिस को सालों तक अपनाते हैं तो आपके पास लाखों रुपए का फंड तैयार हो जाता है. आइए इन बातों को उदाहरण से समझते हैं.

केवल ₹5000 की SIP से बन सकते हैं करोड़पति

मान लीजिए आप हर महीने 5000 रुपए की SIP करते हैं. आपकी उम्र 30 साल है. आपने इस एसआईपी की शुरुआत अपने बुढ़ापे को ध्यान में रखकर किया है. मतलब, 60 साल की उम्र तक आपको निवेश जारी रखना है. इसका मतलब, आप अगले 30 सालों तक हर महीने 5000 रुपए और एक साल में 60 हजार रुपए निवेश करेंगे. मान लीजिए कि आपको हर साल अपने निवेश पर 12 फीसदी का औसत रिटर्न मिल रहा है जो म्यूचुअल फंड में लॉन्ग टर्म के लिए सामान्य रिटर्न है.

30 साल में ₹5000 की SIP पर मिलेगा 10 गुना रिटर्न

SIP Calculator के मुताबिक, केवल 5000 रुपए की मंथली SIP से 60 साल बाद आपके पास कुल 1.76 करोड़ रुपए का फंड होगा. निवेश की कुल राशि इन 30 सालों में 18 लाख रुपए होगी (5000X12X30=18L). आपका नेट रिटर्न 1.58 लाख रुपए होगा. टोटल रिटर्न 1.76 करोड़ रुपए होगा. आसान भाषा में कुल 18 लाख के निवेश पर आपको 10 गुना रिटर्न यानी 1.76 करोड़ रुपए मिलेगा.

35 साल में ₹5000 की SIP पर मिलेगा 6 गुना रिटर्न

मान लीजिए कि आपने निवेश की शुरुआत 5 साल देरी से की. 35 साल की उम्र में निवेश की शुरुआत की जाती है. मतलब अगले 25 सालों तक ही आप हर महीने 5000 रुपए की SIP करेंगे. SIP Calculator के मुताबिक, 60 साल पूर होने के बाद आपका फंड कुल 95 लाख रुपए का होगा. निवेश की कुल राशि 15 लाख रुपए (5000X12X25=15L) होगी. नेट रिटर्न करीब 80 लाख रुपए का होगा. पांच साल की देरी से आपको मिलने वाला रिटर्न 6 गुना से थोड़ा ज्यादा होता है. जब आपने पांच साल पहले निवेश की शुरुआत की थी तो रिटर्न 10 गुना मिला था.

25 साल में ₹5000 की SIP पर मिलेगा 16 गुना रिटर्न

मान लीजिए कि आप एक जागरूक निवेशक हैं और 25 साल की उम्र में ही कमाई के साथ निवेश की शुरुआत कर दी थी. इस परिस्थिति में आप अगले 35 सालों तक निवेश करेंगे. मिलने वाला रिटर्न सेम 12 फीसदी है. SIP Calculator के मुताबिक जब आपकी उम्र 60 साल होगी तो आपका टोटल निवेश 21 लाख रुपए (5000X12X35=21L) का होगा. टोटल रिटर्न 3.25 करोड़ रुपए का होगा, जबकि नेट रिटर्न 3 करोड़ 3 लाख रुपए के करीब होगा. इस परिस्थिति में आपको मिलने वाला रिटर्न करीब 16 गुना होता है.

Power of Compounding को उदाहरण से समझें

ऊपर के 3 अलग-अलग कैलकुलेशन से आपको साफ पता चल गया होगा कि केवल 5 साल की देरी से आपको मिलने वाले रिटर्न में कितना बड़ा अंतर आ जाता है. यह अंतर Power of Compounding का इफेक्ट है. आपका निवेश जितना लंबा होगा, मिलने वाला रिटर्न उतना ज्यादा बड़ा होगा. यही वजह है कि दुनियाभर के फाइनेंशियल एडवाइजर्स लॉन्ग टर्म के लिए SIP करने की सलाह देते है. साथ ही कमाई के साथ हर महीने कुछ-ना-कुछ बचाने की भी सलाह दी जाती है. केवल 5 साल के अंतर से आपका रिटर्न कई गुना बढ़ या घट जाता है.