PGIM India Retirement Fund: पीजीआईएम इंडिया म्यूचुअल फंड ने आपके भविष्य को ध्यान में रखते हुए रिटायरमेंट फंड स्कीम लेकर आई है. यह न्यू फंड ऑफर (New Fund Offer) सब्सक्रिप्शन के लिए 26 मार्च को खुला और 9 अप्रैल तक यह NFO निवेशकों के लिए खुला रहेगा. एनएफओ पीरियड के दौरान कम से कम 5000 रुपए और उसके बाद 1 रुपए के मल्टीपल में निवेश किया जा सकता है. यह एक ओपन एंडेड स्कीम है. इस स्कीम के लिए मिनिमम 5 साल का लॉक-इन पीरियड है. इसके अलावा रिटायरमेंट होने तक इस फंड में पैसा डालना है. यह स्कीम S&P BSE 500 TRI को फॉलो करेगा.
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PGIM India Retirement Fund की खासियत क्या है
PGIM India Mutual Fund ने कहा कि मेडिकल सुविधा के विस्तार के कारण ग्लोबली ऐवरेज उम्र में बढ़ोतरी हुई है. WHO डेटा के मुताबिक, 2019 के आधार पर भारत के लिए लाइफ एक्सपेक्टेंसी 70.8 वर्ष पर पहुंच गया जो साल 2000 में 62.1 वर्ष था. ऐसे में हर किसी के लिए रिटायरमेंट प्लानिंग जरूरी हो गया है. इकोनॉमी जैसे-जैसे ग्रोथ करती है, उम्र बढ़ने के बाद हर किसी के लिए रोजगार के अवसर सीमित होते जाते हैं.
महंगाई को करेंसी डी-वैल्युएशन को ध्यान में रखना जरूरी
भारत में औसत महंगाई दर 5.5%-6% के करीब है. एशिया पेसिफिक के लिए औसत महंगाई 2.1% के करीब है. हाई इंफ्लेशन के कारण लॉन्ग टर्म में करेंसी की परचेजिंग पावर घटती जाती है. ऐसे में अगर आप रिटायरमेंट प्लानिंग करते हैं तो दो फैक्टर को ध्यान में रखना जरूरी है. 6% के इंफ्लेशन और 2-2.5% के करेंसी डीवैल्युएशन ऐड करें तो 8% तक का सालाना रिटर्न नेट आधार पर कोई रिटर्न नहीं बनता है.
PGIM India Retirement Fund में क्यों करें निवेश?
हाई इंफ्लेशन के कारण रुपए की परचेजिंग पावर लगातार घट रही है. ऐसे में जिन स्कीम्स में निवेश कर रहे हैं, उससे इतना रिटर्न जरूर मिले जो महंगाई को पीछे छोड़ सके. लाइफ एक्सपेक्टेंसी बढ़ने के कारण रिटायरमेंट फंड बड़ा रखना जरूरी है. होम लोन, कार लोन, ट्रैवल और पर्सनल लोन से अपने सपने पूरे कर सकते हैं, लेकिन रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए केवल सेविंग्स ही आसरा है. रिटायरमेंट प्लानिंग जितना लेट करेंगे, इन्वेस्टमेंट अमाउंट को उतना ज्यादा बढ़ाना होगा.
रिटायरमेंट के लिहाज से Equity Schemes कैसे बेहतर?
इतिहास गवाह है कि अगर आपको लॉन्ग टर्म में इंफ्लेशन को बीट करना है तो इक्विटी बेस्ट इन्वेस्टमेंट ऑप्शन है. लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करने पर रिस्क लिमिटेड रह जाता है. म्यूचुअल फंड के जरिए अगर भारत के ग्रोथ में पार्टिसिपेट करेंगे तो आपका बुढ़ापा जरूर सुखमय बीतेगा.
किन लोगों को इस फंड में निवेश करना चाहिए?
जिन लोगों के पास सेकेंडरी सोर्स ऑफ इनकम नहीं है उनके लिए यह रिटायरमेंट फंड काफी अट्रैक्टिव है. 5 साल का लॉक-इन पीरियड होने के कारण इक्विटी स्कीम्स का रिस्क काफी घट जाता है. अगर आप युवा हैं और अगले 20-25-30 सालों के लिए रिटायरमेंट तक SIP करेंगे तो कम्पाउंडिंग का जबरदस्त लाभ मिलेगा. इससे आपका आने वाला कल सुखमय बीतेगा. इस फंड का 75% – 100% इक्विटी में निवेश किया जाएगा. 0% – 25% तक डेट मार्केट और 0-10% तक REITs और InVITs में निवेश होगा.
PGIM India Retirement Fund के फंड मैनेजर्स कौन हैं?
पीडीआईएम इंडिया रिटायरमेंट फंड को विनय पहाड़िया और पुनीत पाल मैनेज कर रहे हैं. विनय इक्विटी और फिक्स्ड इनकम कैटिगरी के मैनेज करेंगे. 44 वर्ष उम्र है और 20 सालों का अनुभव है. वर्तमान में 10 फंड को मैनेज कर रहे हैं. पुनीत के पास 21 सालों का बड़ा अनुभव डेट मार्केट का है. 47 साल की उम्र है. इनके पास भी दर्जनों फंड्स हैं.
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(Disclaimer: इस स्कीम में निवेश की सलाह MoneyNFO की नहीं है. New Fund Offer की डीटेल को आपके सामने विस्तार पूर्वक रखा गया है. अगर आप किसी म्यूचुअल फंड्स/NFO में निवेश करना चाहते हैं तो उससे पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की सलाह जरूर लें.)