Mirae Asset S&P BSE Sensex ETF NFO, पहले जानो फिर निवेश करो

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Mirae Asset S&P BSE Sensex ETF NFO Details

Mirae Asset S&P BSE Sensex ETF NFO: मिराए असेट मैनेजमेंट कंपनी ने एक्सचेंज ट्रेडेड फंड कैटिगरी में एक नया फंड लॉन्च किया है. इस NFO का नाम मिराए असेट एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स ईटीएफ है. Mirae Asset S&P BSE Sensex ETF एक ओपन इंडेड स्कीम है. 22 सितंबर यानी शुक्रवार को यह निवेशकों के लिए ओपन हुआ. 26 सितंबर तक सब्सक्रिप्शन किया जा सकता है. 5000 रुपए का मिनिमम सब्सक्रिप्शन अमाउंट होगा. उसके बाद 1 रुपए के मल्टीपल में निवेश को बढ़ाया जा सकता है.

Mirae Asset S&P BSE Sensex ETF NFO 26 सितंबर को बंद होगा

मिराए असेट की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, 26 सितंबर को Mirae Asset S&P BSE Sensex ETF का NFO बंद हो जाएगा. दोबारा यह 3 अक्टूबर को निवेशकों के लिए खुलेगा. अलॉटमेंट के पांच दिनों के भीतर यह BSE, NSE दोनों पर लिस्ट हो जाएगा. इसके बाद Mirae Asset S&P BSE Sensex ETF की ट्रेडिंग भी की जा सकती है. यह फंड S&P BSE Sensex TRI को फॉलो करेगा. हालांकि, ट्रैकिंग एरर का स्पेस हमेशा बना रहेगा.

S&P BSE Sensex को रेप्लिकेट करेगा फंड

फंड हाउस ने बताया कि Mirae Asset S&P BSE Sensex ETF का पैसा प्राइमरी इंडेक्स S&P BSE Sensex को फॉलो करेगा. इस इंडेक्स में कुल 30 स्टॉक्स हैं. जिस स्टॉक का जितना वेटेज है, उसी अनुपात में इन स्टॉक्स में निवेश किया जाएगा. इसके अलावा कुछ हिस्सा डेट और मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स में भी निवेश किया जाएगा.

कम से कम 3 साल के लिए हो इन्वेस्टमेंट होराइजन

Mirae Asset S&P BSE Sensex ETF का टैक्सेशन इक्विटी की तरह होगा. एग्जिट लोड NIL है. एंट्री लोड एप्लीकेबल नहीं है. कम से कम 3 साल के लिए निवेश की सलाह दी गई है. अगर कोई निवेशक वेल्थ क्रिएशन करना चाहता है तो उसके यह फंड सुटेबल है.

फंड मैनेजर एकता गाला के बारे में

फंड मैनेजर की बात करें तो एकता गाला और विशाल सिंह Mirae Asset S&P BSE Sensex ETF को मैनेज करेंगे. एकता गाला के पास 6 साल का अनुभव है. इससे पहले वह ICICI प्रूडेंशियल असेट मैनेजमेंट कंपनी के साथ डीलर के तौर पर काम कर रहीं थी.

फंड मैनेजर विशाल सिंह के बारे में

विशाल सिंह की बात करें तो फाइनेंशियल सर्विसेज फील्ड में उनके पास 5 सालों का अनुभव है.जून 2020 से वह मिराए असेट मैनेजमेंट कंपनी के साथ जुड़े हैं. इससे पहले पहले वह NSE के साथ काम कर रहे थे. इनके पास ग्लोबल फिक्स्ड इनकम सिक्योरिटीज का भी अनुभव है. Aranca (India) प्राइवेट लिमिटेड के साथ ऐनालिस्ट के तौर पर काम किया है.

अगस्त में 14 Mutual Funds NFO लॉन्च किए गए

अगस्त महीने में कुल 14 Mutual Funds NFO लॉन्च किए गए. डेट स्कीम्स में 7 NFO, हायब्रिड स्कीम्स कैटिगरी में 1 एनएफओ, 3 इंडेक्स फंड्स और 3 ETF का एनएफओ लॉन्च किया गया. बीते महीने न्यू फंड ऑफर में कुल 7343 करोड़ रुपए का निवेश किया गया जो जुलाई के महीने में 6723 करोड़ रुपए था.

किन निवेशकों को NFO में निवेश करना चाहिए?

रुंगटा सिक्योरिटीज के सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर हर्षवर्धन रुंगटा ने कहा कि अगर कोई निवेशक Close-Ended फंड में निवेश के बारे में सोच रहा है तो उसके लिए न्यू फंड ऑफर सही है. अगर न्यू फंड ऑफर किसी खास थीम पर आधारित है और वह थीम आपके फाइनेंशियल लक्ष्य से मिलत-जुलता है तो निवेश कर सकते हैं. Open-Ended स्कीम्स में निवेश करना चाहते हैं तो एनएफओ से बचें साथ ही किसी फंड के प्रदर्शन को देखकर ही निवेश का फैसला लें.

NFO में निवेश से पहले इन 5 बातों को जरूर ध्यान में रखें

एक फाइनेंशियल एक्सपर्ट ने अपने एक वीडियो में बताया कि तमाम पहलुओं को गौर करने के बाद भी अगर कोई निवेशक न्यू फंड ऑफर में निवेश करना चाहता है तो कम से कम इन 5 बातों को जरूर ध्यान में रखे.

5 Important points to consider before investing in NFO

1> सबसे पहले देखें कि कौन असेट मैनेजमेंट कंपनी न्यू फंड ऑफर लेकर आ रही है. उसका AMC का कितना बड़ा पोर्टफोलियो है. कितने सालों का अनुभव है. ब्रांड वैल्यु कैसी है. उसके पुराने फंड्स का प्रदर्शन कैसा रहा है. एक्सपेंस रेशियो कितना है.

2> एनएफओ लॉन्च होने पर उसके फंड मैनेजर की जानकारी दी जाती है. एनएफओ से संबंधिर हर छोटी-बड़ी जानकारी का खुलासा किया जाता है तो AMFI की वेबसाइट पर उपलब्ध होती है. यह देखना जरूरी है कि फंड मैनेजर का अनुभव कितना है. वह कितने सालों से उस AMC के साथ काम कर रहा है और ओवरऑल अनुभव कितना लंबा है.

3> फंड मैनेजर जिन फंड्स को पहले से मैनेज कर रहा है उसने शॉर्ट-मीडियम-लॉन्ग टर्म में किस तरह का प्रदर्शन दिखाया है. खासकर वोलाटिलिटी के समय उसके द्वारा मैनेज किए जा रहे फंड का प्रदर्शन कैसा रहा है. मार्केट रेप्युटेशन कैसा है. इन बातों का पता करने के दौरान आपको डिसिजन लेने में सुविधा होगी.

4> AMC यानी असेट मैनेजमेंट कंपनी की तरफ से सभी NFO को लेकर इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटिजी बताई जाती है. रिस्क कितना है. लक्ष्य क्या है. थीम क्या है. अगर ये फैक्टर्स आपके निवेश के मकसद को पूरा करते हैं तो न्यू फंड ऑफर में निवेश कर सकते हैं.

5> NFO में जो आप पैसा लगा रहे हैं वह किन जगहों पर निवेश किया जाएगा, वहां रिस्क कितना है इसे भी पता करना जरूरी है. आपका रिस्क एपेटाइट कितना है उस आधार पर यह फैसला लें.

म्यूचुअल फंड AUM 46.63 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया

अगस्त महीने में म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री का नेट असेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 46.63 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया. जुलाई में यह 46.37 लाख करोड़ रुपए था. ऐवरेज नेट असेट अंडर मैनेजमेंट 46.93 लाख करोड़ रुपए रहा जो जुलाई में 46.27 लाख करोड़ रुपए था.

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(Disclaimer: इस एनएफओ में निवेश की सलाह Money NFO की नहीं है. अगर आप इस न्यू फंड ऑफर में निवेश करना चाहते हैं तो उससे पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की सलाह जरूर लें.)